सप्ताहांत: आपत्ति काले मर्यादा नास्ति

कोरोना के विरुद्ध युद्व में 21 दिन के लॉकडाउन का आधा समय बीत चुका है और अब दस दिन शेष रह गए हैं। कुछ अपवादों को छोड़कर लॉकडाउन का भारत की जनता ने समझदारी से व दृढ़ता से पालन किया। इसी लिए हमारे देश में अन्य देशों की अपेक्षा इस महामारी का प्रसार कम हो पाया। इन पँक्तियों के लिखे जाने तक 2000 लोग भारत मे संक्रमित हैं। इनमें से

पहली अप्रैल से क्या-क्या बदलेगा जानिए

नए वित्त वर्ष की शुरुआत होने के साथ एक अप्रैल, 2020 से अनेक नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं।हम आपको दस ऐसे नियमों की जानकारी दे रहे हैं जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जु़ड़े हुए हैं और आप पर भी सीधे प्रभाव डालेंगे। इनमें बैंकों के विलय से लेकर जीएसटी रिटर्न के नियमों में होने वाला बदलाव शामिल है। ये हैं – नया आयकर नियम: 1 अप्रैल 2020

सप्ताहांत: क्वारंटाइन हमारे लिए नई अवधारणा नहीं है

कई वर्ष पूर्व की बात है। मैंने अपने मित्र के साथ माता वैष्णोदेवी के दर्शन का कार्यक्रम बनाया। सही समय पर रेलवे स्टेशन पहुँच गए, पता लगा ट्रेन 15 मिनिट लेट है। थोड़ी देर में घोषणा हुई कि आधा घण्टा, फिर 2 घण्टे और धीरे-धीरे करके ट्रेन 18 घण्टे देरी से आई। रेलवे वाले इस चतुराई के लिए जाने जाते हैं कि वो कभी कभी ट्रेन की देरी की सूचना

खून पसीने की कमाई है। घबराहट तो होती ही है, मैडम जी!

एक और बैंक, पी एम सी के बाद यस बैंक के पतन ने जमाधारकों के विश्वास को एक बार फिर हिला कर रख दिया है। अंतरराष्ट्रीय अर्थ जगत में इतने संकट आए परन्तु भारतीय अर्थव्यवस्था अविचल रही, भारत ने हर झंझावात का डट कर सामना किया। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है, क्योंकि हमारी बैंकिंग व्यवस्था मजबूत है, बैंकिंग व्यवस्था इसलिए मजबूत है कि हमारे देश की बचत दर बहुत अच्छी है।

सप्ताहांत: मनोबल और सम्मान की आड़ में

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दिल्ली में मानवता को शर्मसार करने वाला हिंसा का जो नंगा नाच हुआ उसने अंतरराष्ट्रीय जगत में हमारे देश की ख्याति को बहुत क्षति पहुंचाई है। दंगाइयों को किस ने उकसाया, किसने नहीं उकसाया, कौन जिम्मेवार है कौन नहीं, यह सब तो जाँच का विषय है, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि यह सब पूर्वनियोजित था और ट्रंप व अंतरराष्ट्रीय मीडिया का

सप्ताहांत: चुनाव प्रचार में बदजुबानी कैसे रुके

दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कल मतदान पूरा हो चुका है, 11 फरवरी को परिणाम भी आ जाएंगे। परँतु हर चुनाव की भाँति इन चुनावों में भी आरोप-प्रत्यारोप और बदजुबानी पराकाष्ठा पर रही। जूते मारो, गोली मारो, हिंदुस्तान-पाकिस्तान, करंट लगाओ से ले कर प्रधानमंत्री को डंडा मारो तक बात पहुँच गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी सभा में प्रधानमंत्री के लिए जिस भाषा, लहजे और शब्दों का प्रयोग किया

क्यों मनाते हैं वेलेंटाइन डे?

आज से वेलेंटाइन वीक आरंभ हो रहा है। प्रेम और मोहब्बत की प्रतीक ताजनगरी आगरा में भी आज से 14 फरवरी तक प्यार के इज़हार के 7 दिवसीय उत्सव मनाने की तैयारियाँ पूरी हो गईं हैं। दूकानों पर गुलदस्ते, विभिन्न प्रकार के आकर्षक उपहार,बधाई कार्ड सज गए हैं।विदेश व देश के भिन्न भिन्न भागों से ताजमहल के साये में वेलेंटाइन डे मनाने के लिए पर्यटक आगरा आना शुरू हो गए

ब्रज में 40 दिन के होली उत्सव की धूम शुरू: जानिए कब कब क्या होगा

चालीस दिन तक चलने वाला ब्रज होली महोत्सव शुरू हो चुका है। इसी के साथ होली के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए देश और दुनिया से श्रद्धालु मथुरा पहुंचने लगे हैं। ब्रज में बसंत पंचमी पर होली का ढांडा गढ़ने के साथ ही ब्रज के लगभग सभी मंदिरों में होली महोत्सव की शुरुआत हो जाती है। बरसाना में होने वाली विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली के बारे में कौन नहीं

26 जनवरी को क्या करेंगे, तिरँगा झंडा फहरायेंगे या करेंगे ध्वजारोहण?

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर तिरँगा झंडा फहराने की तैयारियाँ पूरी हो गईं हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराने में क्या अंतर होता है। संविधान के मुताबिक, देश में कोई भी व्यक्ति कभी भी, कहीं भी राष्ट्रीय ध्वज बिना किसी दबाव के राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस ऐसे दो उत्सव हैं, जब पूरा देश