सप्ताहांत: आओ! हम बनाएं, सकारात्मक वातावरण

लॉकडाउन में घरों में बंद रहने के कारण और कोरोना से संबंधित दुःखद खबरें देख-पढ़ कर ज्यादातर लोग अवसादग्रस्त हो रहे हैं। गुस्सा, चिड़चिड़ापन की शिकायतें आ रही हैं। ऐसी दशा में कुछ लोग आत्मघाती कदम भी उठा लेते हैं और अपने पूरे परिवार को तबाह कर लेते हैं। यह सब सकारात्मक वातावरण के अभाव में हो रहा है। यदि हम सकारात्मक वातावरण में रहें और सकारात्मक वातावरण न होने

सप्ताहांत: आपत्ति काले मर्यादा नास्ति

कोरोना के विरुद्ध युद्व में 21 दिन के लॉकडाउन का आधा समय बीत चुका है और अब दस दिन शेष रह गए हैं। कुछ अपवादों को छोड़कर लॉकडाउन का भारत की जनता ने समझदारी से व दृढ़ता से पालन किया। इसी लिए हमारे देश में अन्य देशों की अपेक्षा इस महामारी का प्रसार कम हो पाया। इन पँक्तियों के लिखे जाने तक 2000 लोग भारत मे संक्रमित हैं। इनमें से

अंतर्मन का दीप जलाओ

अंतर्मन के दीप जला करअज्ञानता का तम हरो,कोरोना से बचने को मित्रोनिर्देशों का मान करो।कोविड के जीवाणु काअंत करेगा बस विज्ञान,सामाजिक दूरी रखने परही बस देना अपना ध्यान।दीप जलाओ मानवता काभूखों को कुछ दे दो अन्न,सहायता का दीप जला करमजदूरों को करो प्रसन्न।दीप जलाओ अदब तहजीब काचिकित्सकों का करो सम्मान,दीप जलाओ अनुशासन काकरो न किसी का भी अपमान।दीप जला कर गोदामों मेंरोको कालाबाजारी को,बेईमानी करने से रोकोदीप दिखाओ व्यापारी को।कोरोना

ई एम आई कम करें और नए लोन दें: कोरोना के विरुद्ध युद्ध में अब बारी बैंकों की

कोरोनावायरस के कारण लॉक डाउन की वजह से लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए आर बी आई ने लोन के भुगतान में राहत देने और लोन सस्ता करने के फैसले किए हैं। टर्म लोन की किश्त के भुगतान में तीन महीने की राहत दी गई है। रेपो रेट में भी 0.75% कमी की गई है। इससे सभी तरह के लोन सस्ते होंगे। रेपो रेट पहले 5.15% था, अब 4.40%

जनता कर्फ्यू: एक अनुशासन पर्व

कोरोना महामारी ने जनता ही नहीं शासन प्रशासन के भी हाथ पैर फुला कर रख दिए हैं। इस का मुकाबला करने के लिए देश और प्रदेश की सरकारों ने युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं और उनके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।यह महामारी 1,2,3,4…. या 1,2,4,8….की गति से नहीं वरन 10,20,40,80…की गति से फैलती है, इसलिए जो उपाय किये गए हैं वो अभी नाकाफी हैं, परन्तु इसका तात्पर्य यह

सप्ताहांत: पेनडेमिक से तो डर लगता ही है

हवाई यात्रा में उड़ान से पूर्व सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाती है, उसमें एक बात पर मुख्य जोर दिया जाता है कि पहले अपनी सुरक्षा करें, पड़ोसी की बाद में। सारे विश्व में कोरोना वायरस ने जो तांडव मचा रखा है उसका हमारे देश में असर बहुत तेजी से हुआ है।पूरे विश्व में सवा लाख पीड़ितों में से करीब चार हजार लोग काल के गाल में गए हैं जबकि