पहली अप्रैल से क्या-क्या बदलेगा जानिए

नए वित्त वर्ष की शुरुआत होने के साथ एक अप्रैल, 2020 से अनेक नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं।हम आपको दस ऐसे नियमों की जानकारी दे रहे हैं जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जु़ड़े हुए हैं और आप पर भी सीधे प्रभाव डालेंगे। इनमें बैंकों के विलय से लेकर जीएसटी रिटर्न के नियमों में होने वाला बदलाव शामिल है। ये हैं – नया आयकर नियम: 1 अप्रैल 2020

ई एम आई कम करें और नए लोन दें: कोरोना के विरुद्ध युद्ध में अब बारी बैंकों की

कोरोनावायरस के कारण लॉक डाउन की वजह से लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए आर बी आई ने लोन के भुगतान में राहत देने और लोन सस्ता करने के फैसले किए हैं। टर्म लोन की किश्त के भुगतान में तीन महीने की राहत दी गई है। रेपो रेट में भी 0.75% कमी की गई है। इससे सभी तरह के लोन सस्ते होंगे। रेपो रेट पहले 5.15% था, अब 4.40%

खून पसीने की कमाई है। घबराहट तो होती ही है, मैडम जी!

एक और बैंक, पी एम सी के बाद यस बैंक के पतन ने जमाधारकों के विश्वास को एक बार फिर हिला कर रख दिया है। अंतरराष्ट्रीय अर्थ जगत में इतने संकट आए परन्तु भारतीय अर्थव्यवस्था अविचल रही, भारत ने हर झंझावात का डट कर सामना किया। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है, क्योंकि हमारी बैंकिंग व्यवस्था मजबूत है, बैंकिंग व्यवस्था इसलिए मजबूत है कि हमारे देश की बचत दर बहुत अच्छी है।

रेपो रेट तो कम हुई, ई एम आई कब कम होगी?

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना था कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए ब्याज दरों में कटौती जरूरी है। इसको देखते हुए ही रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में एक और कटौती की है। पिछली पांच बार आर बी आई ने इस प्रकार रेपो रेट कम की हैं – दिनांक कटौती रेपो दर% 07 फरवरी, 19 0.25 6.25 04 अप्रैल, 19 0.25 6.00 06 जून,

सप्ताहांत – बैंकों का विलय और राष्ट्रपति भवन की शान

#स्वराज्य_टाइम्स, 01 सितम्बर, 2019 इस सप्ताह जिन दो खबरों ने मुझे ज्यादा प्रभावित किया वह हैं अर्जुन पुरस्कारों का वितरण व बैंकों के विलयन की घोषणा। या यों कहिए कि ये दोनों विषय कुछ कुछ मुझ से जुड़े हुए हैं इसलिए मैं अधिक अधिकार से लिख सकता हूँ। जुड़े हुए से तात्पर्य है कि अर्जुन पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में वितरित किए गए,मुझे राष्ट्रपति भवन की गरिमा, शालीनता, अनुशासन बहुत प्रिय