गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा प्रति वर्ष दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को की जाती है। आगरा में भी पूरे देश की भांति आज गोबर्धन पूजा जोर से हो रही है। सुबह से ही गाय का पवित्र गोबर एकत्र कर के गोबर्धन महाराज बनाए जा रहे हैं। गोबर से घरों में छोटे और चौराहों पर बड़े बड़े गोबर्धन बन रहे हैं। सामूहिक गोवर्धन पूजन की भी

सप्ताहांत: अंधेरा क्या है? आइये जानें और भगाएं इसे

सुबह मॉर्निंग वॉक करते जाते समय कभी अंधेरा नहीं लगता था। एक दिन लगा कुछ अंधेरा सा है।पता लगा उस दिन स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही थीं। बात छोटी सी थी लेकिन कितना बड़ा संदेश दे रही थी-प्रकाश का अभाव ही अंधकार है। बड़े बड़े साधु-संतों के प्रवचन सुने,पुस्तकों में उपदेश पढ़े कि अंधकार कुछ होता ही नहीं है, अंधकार नाम की कोई चीज नहीं होती। परंतु अहसास अचानक हुआ।इसका

दया करो हे विघ्न विनाशक

प्रथमपूज्य, लंबोदर प्रभु जीस्वागत स्वागत हे गजाननजय जय एकदंत गजवदनाआओ, पधारो हमारे आंगन,रोग शोक को दूर भगाओरिद्धि सिद्धि दायक विनायक,सुख समृद्धि मय हो देश हमारादया करो हे विघ्न विनाशक। – सर्वज्ञ शेखर Jai Ganesha Prathampujya, Lambodar Prabhu Ji,Svaagat svaagat he Gajaanan,Jai Jai Ekadant Gajavadana,Aao, padhaaro hamaare aangan,Rog shok ko door bhagao,Riddhi Siddhi daayak Vinaayak,Sukh Samrddhi maya ho desh hamara,Daya karo he Vighn Vinashak. – Sarwagya Shekhar