प्रकृति से करो प्रेम प्रिये।

प्रकृति है दाता प्रकृति है भरता, प्रकृति है प्रभु का अनुपम उपहार प्रिये, प्रकृति से करो प्रेम प्रिये। जीवन में आशा प्रेम में भाषा, ऊर्जा, ऊष्मा उत्साह, उमंग प्रकृति ने संचार किए, प्रकृति से करो प्रेम प्रिये। चिड़ियों की चहक पुष्पों की महक, वन-उपवन शीतल मंद पवन, सुरभित पुष्पित गुलज़ार चमन, प्रकृति का है विहार प्रिये, प्रकृति से करो प्रेम प्रिये। प्रकृति की साधना करो आराधना, प्रकृति जब खिलखिलाती चहुँ

आगरा में पर्यावरण जागरण की एक अनूठी पहल

शादी कार्ड जो पौधा बन जाएगा आगरा। शादी के निमंत्रण पत्र कार्ड प्रायः लोग कार्यक्रम के उपराँत फेंक देते है। परंतु आगरा के एक परिवार ने अपने सदस्य की शादी में अनूठी पहल की है जिससे कार्ड को फेंकने की आवश्यकता तो होगी ही नहीं वरन उसका बाद में उपयोग भी हो सकेगा। स्वाधीनता सेनानी करुणेश परिवार के पुत्र सहित्यसाधक सर्वज्ञ शेखर के अनुसार यह कार्ड उनके भतीजे अभिनन्दन (पुत्र

सीवर लाइन की सफाई में रोबोट का इस्तेमाल

आगरा शहर में भी अब चोक सीवर लाइन की सफाई में पहली बार रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा। आशा है इससे नगर में ध्वस्त पड़ी सीवर लाइनों को ठीक किया जा सकेगा। जगह जगह सीवर लाइन चोक होने के कारण गंदा पानी व गंदगी सड़कों पर दिखाई देना अब बंद हो जाएगा। नई लाइनें बिछाने के साथ ही चोक सीवर लाइन को ठीक कराया जाएगा। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एसटीपी