हिंदी दिवस: वाद-विवाद प्रतियोगिता – सरस्वती विद्या मंदिर, कमला नगर, आगरा

हिंदी दिवस के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर, कमला नगर आगरा में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में मुझे मुख्य अतिथि व निर्णायक मण्डल के सदस्य के रूप में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ। विद्यालय के प्रबंधक श्री विजय गोयल जी का एतदर्थ आभार। प्रतियोगिता के विषय सामयिक व ज्वलन्त थे। मोबाइल, सोशल मीडिया, राजभाषा हिंदी, home work, peer pressure, जैसे विषयों पर विद्यार्थियों ने प्रभावी अभिव्यक्ति दी। लगभग एक हज़ार

क्या हिंदी दिवस मनाना एक विडम्बना है?

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार।सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।। आधुनिक हिंदी साहित्य के जन्मदाता भारतेंदु हरिश्चंद्र की इन पँक्तियों के अनुरूप निज भाषा के प्रचार प्रसार व संरक्षण के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हमारा देश हिंदी दिवस का आयोजन करता है। इस अवसर पर सरकारी कार्यालयों, बैंकों, प्रतिष्ठानों

आगरा में है एक बेबी ताज भी

आगरा में विश्वप्रसिद्ध ताजमहल तो है ही,परंतु आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहाँ एक बेबी ताज भी है। यह है एत्मादुद्दौला। शहर के मध्य यमुना किनारे बना हुआ यह स्मारक ताजमहल जैसी आकृति का नजर आता है। धवल संगमरमरी स्मारक होने के कारण इसे “बेबी ताज” के नाम से भी पुकारा जाता है। यहां के बाग, पीट्रा ड्यूरा पच्चीकारी, व कई घटक ताजमहल से मिलते हुए हैं। यह स्मारक

स्तुत्य : यहाँ हर रोज राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है

आगरा का अजीत नगर चौराहा देश के उन चुनिंदा स्थलों में से एक है जहां प्रतिदिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सन 2018 के गणतंत्र दिवस पर प्रारम्भ की गई यह परंपरा आज तक अनवरत जारी है । झंडारोहण कार्यक्रम में हर वर्ग के लोग आते हैं। हर दिन एक अतिथि को आमंत्रित किया जाता है, जो ध्वजारोहण करता है। इस कार्यक्रम में अब तक प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, सेना

सप्ताहान्त – 04 अगस्त, 2019

कैफे कॉफी डे (CCD) के मालिक वी जी सिद्धार्थ की असामयिक मौत ने एक बार फिर अवसाद का सामना न करने संबंधी कुछ नए प्रश्नों को जन्म दे दिया है। उनका शव उनके गायब होने के लगभग 30 घंटे के बाद मेंगलुरु के पास नेत्रावती नदी में मिला। उनके पास से एक पत्र भी मिला। सिद्धार्थ ने पत्र में लिखा कि वह कंपनी के लिए एक मुनाफे वाला बिजनेस मॉडल

सप्ताहांत – 112 वें हस्ताक्षर

एक पुराना प्रसंग है, परन्तु आजकल प्रासंगिक है। एक युवक ने किसी कम्पनी में भर्ती के लिए आवेदन किया। पहले आवेदन हस्तलिखित ही स्वीकार किए जाते थे। कहा जाता है कि हस्तलिपि की सूक्ष्म पड़ताल से ही आवेदक के बारे में बहुत कुछ पता लग जाता था। तो वह युवक जब आवेदनपत्र ले कर कम्पनी के अधिकारी के पास पहुंचा तो अधिकारी महोदय ने किसी कारणवश क्रोध में उसका आवेदन

सप्ताहान्त – 21 जुलाई, 2019

रिमझिम फुहारों के साथ 17 जुलाई से पवित्र श्रावण मास के प्रारम्भ होते ही हरे भरे तीज त्योहारों की बहार आ गई है। वातावरण में गर्मी से मुक्ति पा कर हंसी खुशी व मादकता का भान हो रहा है। इसी के साथ ही प्रारम्भ हो गई है कांवड़ यात्रा भी। कांवर या कांवड़ का कोई शाब्दिक अर्थ नहीं है। ब्रह्म में रमना या कांधे पर धारण करने के कारण कांवर

श्रावण मास में शिव जी के साथ भगवान राम के पूजन का महत्व

श्रावण मास को मुख्यतः देवों के देव महादेव शिव की पूजा-आराधना के लिए सर्वाधिक उपयुक्त माना गया है। भगवान शिव को आराध्य मानकर भक्त श्रावण मास में पूरे मनोयोग से जप-तप और आराधना करते हैं।परन्तु शास्त्रों के अनुसार श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही भगवान राम की पूजा भी उतना ही महत्व रखती है जितनी की शिव पूजा। इसीलिए श्रावण मास में जगह

चाँद और चाँद की आदतें

यह आत्म मुग्धता नहीं, केवल विषयक आवश्यकता के कारण ही उध्दृत कर रहा हूँ। मुझसे प्रायः मेरे वरिष्ठ अधिकारी पूछा करते थे, तुम तनाव में भी इतना कैसे मुस्करा लेते हो,चेहरे पर चमक बनाये रखते हो। मैं उत्तर देता था,मैं चांद की भांति हूँ । चांद में अपनी कोई चमक नहीं होती वरन वह सूर्य से प्रकाश ले कर चमकता है। इसी प्रकार मैं आप(अधिकारियों) की खुशी से खुश रहता

योग शिविर – आगरा लिट्रेचर क्लब

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को आगरा लिट्रेचर क्लब द्वारा आयोजित योग शिविर, गोष्ठी में भाग लेते हुए। क्लब की अध्यक्ष डॉ नीतू चौधरी,सचिव दीपक सरीन व पूरी टीम का आभार। – सर्वज्ञ शेखर