पढ़ने की आदत डालें

विश्व पुस्तक दिवस पर विशेष पिछली दीवाली की बात है।फेसबुक पर किसी ने एक संदेश पोस्ट किया कि उनके परिवार में किसी का निधन हो जाने के कारण इस बार वह दीपावली नहीं मनाएंगे। उनके कुछ मित्रों ने इसे भी दीपावली का सामान्य संदेश समझा और अपनी ओर से बधाई व शुभकामनाएँ प्रेषित कर दीं। पहले पक्ष ने इस बात का बुरा नहीं माना क्योंकि वह समझ गए कि मूल

सप्ताहांत: कोरोना के विरुद्ध युद्ध लड़ रहे ये योद्धा

“जो कभी अपने समय को यों बिताते हैं नहींकाम करने की जगह बातें बनाते हैं नहींआज कल करते हुए जो दिन गँवाते हैं नहींयत्न करने से कभी जो जी चुराते हैं नहींबात है वह कौन जो होती नहीं उनके लिएवे नमूना आप बन जाते हैं औरों के लिए ।” सुप्रसिद्ध कवि अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध ने इन पंक्तियों की रचना करीब 75 वर्ष पूर्व की थीं परंतु आज भी कोरोना के

सप्ताहांत: क्वारंटाइन हमारे लिए नई अवधारणा नहीं है

कई वर्ष पूर्व की बात है। मैंने अपने मित्र के साथ माता वैष्णोदेवी के दर्शन का कार्यक्रम बनाया। सही समय पर रेलवे स्टेशन पहुँच गए, पता लगा ट्रेन 15 मिनिट लेट है। थोड़ी देर में घोषणा हुई कि आधा घण्टा, फिर 2 घण्टे और धीरे-धीरे करके ट्रेन 18 घण्टे देरी से आई। रेलवे वाले इस चतुराई के लिए जाने जाते हैं कि वो कभी कभी ट्रेन की देरी की सूचना

नवरात्र में मंदिर न जाएं: जानिए घर पर रह कर कैसे करनी है पूजा

कल 25 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। ऐसे में माता के भक्त पूरे 9 दिनों तक माता की पूजा-अर्चना करके मां को प्रसन्न करते हैं। इस बार कोरोना के कारण लोकडाउन की वजह से मंदिर न जाएं व घर पर रह कर ही पूजन करें। कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सबसे ज्यादा जोर भीड़भाड़ से बचने पर है। चैत्र नवरात्रि में मंदिरों में

धूमधाम से मनाया गया करुणेश स्मृति होली मिलन समारोह: छह विभूतियों का हुआ सम्मान

आगरा। उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री माननीय चौधरी उदयभान सिंह जी, लोकप्रिय सांसद प्रो.एस पी सिंह बघेल व जनप्रिय विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल की गरिमामयी उपस्थिति में आज स्वाधीनता सेनानी, साहित्यकार,पत्रकार रोशनलाल गुप्त करुणेश स्मृति होलीमिलन समारोह धूमधाम से सम्पन्न हुआ। वक्ताओं ने करुणेश जी के नेतृत्व में हुए हार्डी बमकांड व राष्ट्रीय आंदोलन में उनकी भूमिका को याद करके उन्हें नमन किया व युवा पीढी से उनके दिखाए मार्ग पर चलने

ताज की धवल छवि

दिवस का अवसान समीप था।गगन था कुछ लोहित हो चला।तरु-शिखा पर थी अब राजती।कमलिनी-कुल-वल्लभ की प्रभा॥ सुप्रसिद्ध साहित्य मनीषी हरिऔध जी ने यद्यपि यह पँक्तियाँ ताजमहल को लक्ष्य करके नहीं लिखीं थीं परँतु सूर्यास्त का अलौकिक वर्णन जिस प्रकार किया गया है उसके आलोक में ताज की धवल छवि का आजकल जिक्र अवश्य हो रहा है। शाम के साढ़े पाँच बजे जब दिवस का अवसान होता है, आसमान रक्ताभ लालिमा

मातृ पितृ पूजन दिवस

जब भी दृष्टि बाधित जनों के बीच जाने का अवसर प्राप्त होता है मैं अपने आप को रोक नहीं पाता और सारे काम छोड़ कर उनके पास अवश्य जाता हूँ। कारण, सर्वविदित है। स्वाधीनता आंदोलन में मेरे पूज्य पिता रोशन लाल गुप्त करुणेश जी की दृष्टिक्षीण हो गई थी। मुझे इन दिव्यांग जनों में वही नज़र आते हैं। अवसर था स्वाधीनता सेनानियों व बुजुर्गों के सम्मान का। कालिंदी विहार स्थित

सप्ताहांत: ये बड़े झोलाझाप और छोटे मोहल्ला क्लीनिक

किसी भी छोटी-मोटी बीमारी के इलाज या डॉक्टरी सलाह के लिए आप किसी चिकित्सक के पास जाते हैं तो खर्चे के बारे में क्या सोचेंगे? 200-400 रुपये फीस, बाकी पर्चे पर दवाएँ लिखेंगे जो बाद में आप बाजार से ला सकते हैं, अपने बजट के अनुसार 5 दिन की या ज्यादा की। लेकिन कोई चिकित्सक बेवकूफ बना कर अपनी फीस ही ढाई हजार ले ले या तुरँत अपने नर्सिंग होम

क्यों मनाते हैं वेलेंटाइन डे?

आज से वेलेंटाइन वीक आरंभ हो रहा है। प्रेम और मोहब्बत की प्रतीक ताजनगरी आगरा में भी आज से 14 फरवरी तक प्यार के इज़हार के 7 दिवसीय उत्सव मनाने की तैयारियाँ पूरी हो गईं हैं। दूकानों पर गुलदस्ते, विभिन्न प्रकार के आकर्षक उपहार,बधाई कार्ड सज गए हैं।विदेश व देश के भिन्न भिन्न भागों से ताजमहल के साये में वेलेंटाइन डे मनाने के लिए पर्यटक आगरा आना शुरू हो गए

ताज रंग महोत्सव

ताज रंग महोत्सव का 5 फरवरी को यूथ होस्टल में रंगारंग समापन हुआ। अंतिम दिन का आकर्षण रहा स्वाधीनता संग्राम सेनानी रोशनलाल गुप्त करुणेश जी की धर्मपत्नी,हमारी पूज्य माँ स्व. रामलता गुप्ता की स्मृति में 11 विदुषी महिलाओं का सम्मान। मनकामेश्वर मंदिर के महंत योगेश पुरी जी महाराज, शिक्षाविद डॉ महेश शर्मा, प्रीति उपाध्याय, नटरांजलि की निर्देशक अलका सिंह ने कला, संस्कृति, साहित्य, आध्यात्म आदि क्षेत्रों में ख्यातिप्राप्त महिलाओं को