सर्वज्ञ शेखर आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान से विभूषित

acharya mahavir samman

आगरा। गाजियबाद में 27 वें अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन के अवसर पर भारत सरकार,मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय पुस्तक न्यास,भारत ( नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ने 13 अक्तूबर 2019 को एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी में आगरा के साहित्यकार सर्वज्ञ शेखर को वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। गोष्ठी में सर्वज्ञ शेखर ने “स्वातंत्र्योत्तर हिंदी साहित्य में राष्ट्र चेतना” विषय पर अपने विचार प्रकट किए। गोष्ठी में मात्र पांच विशिष्ट वक्ताओं को देश के विभिन्न भागों से आमन्त्रित किया गया था।

गोष्ठी की अध्यक्षता प्रो. डॉ ललित बिहारी गोस्वामी व संयोजन श्री पंकज चतुर्वेदी व श्री उमाशंकर मिश्र ने किया। इस अवसर पर काफी संख्या में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विद्वान उपस्थित थे।

सम्मेलन में सर्वज्ञ शेखर को राष्ट्रभाषा स्वाभिमान न्यास व भागीरथ सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान-2019 भी प्रदान किया गया। यह सम्मान हिंदी भाषा के उत्थान हेतु की गई उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पचास वर्ष से अधिक उम्र के साहित्यकारों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने वयोवृद्ध विद्वान पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि, पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया की उपस्थिति में यह सम्मान दिया। साहित्यकार कुसुमाकर शुक्ल, के के शर्मा, के पी यादव,पंकज चतुर्वेदी राजीव कुमार पाल, हरीश पाल, डॉ महेश भार्गव,आदि सहित देश के प्रबुद्ध साहित्यकार उपस्थित थे। संयोजन किया गाज़ियाबाद से प्रकाशित साहित्यिक पत्रिका यू एस एम के संपादक श्री उमाशंकर मिश्र ने।

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Sarwagya Shekhar Awarded with Acharya Mahavir Prasad Dwivedi Felicitation

Agra. The National Book Trust, India (National Book Trust of India), Ministry of Human Resource Development, Government of India organized a symposium on 13 October 2019 on the occasion of 27th All India Hindi Sahitya Sammelan in Ghaziabad. In the seminar, Agra writer Sarwagya Shekhar was invited as a speaker. In the seminar, the Sarwagya Shekhar gave his views on the topic “Nation consciousness in post-independence Hindi literature”. Only five distinguished speakers were invited from different parts of the country.

The seminar was headed by Prof. Dr. Lalit Bihari Goswami and the combination Mr. Pankaj Chaturvedi and Mr. Umashankar Mishra. A large number of scholars from various regions of the country were present on the occasion.

At the conference, Acharya Mahavir Prasad Dwivedi Samman-2019 was also Awarded to Sarwagya Shekhar at an honor ceremony organized under the joint aegis of Rashtrabhasha Swabhimaan Nyas and Bhagirath Seva Sansthan. This award is conferred annually to litterateurs over fifty years of age for their remarkable services for the upliftment of the Hindi language. Atul Garg, Minister of State for Health, Government of Uttar Pradesh gave this honor in the presence of veteran scholar Padmashree Dr. Shyam Singh Shashi, Padmashree Mohanswaroop Bhatia. Enlightened litterateurs of the country, including litterateurs Kusumakar Shukla, KK Sharma, KP Yadav, Pankaj Chaturvedi Rajiv Kumar Pal, Harish Pal, Dr. Mahesh Bhargava, etc. were present. Mr. Umashankar Mishra, editor of the literary magazine USM published from Ghaziabad.

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