आगरा में सनसनी फैला रहा है ड्रोन

आगरा में ताजमहल के ऊपर ड्रोन उड़ाने की घटनाएं सनसनी फैला रही हैं। पिछले कई माह में ताज की 500 मीटर की यलो जोन के प्रतिबन्धित क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने की घटनाओं ने सुरक्षा अधिकारियों में अफरा तफरी मचाई है। फतेहपुर सीकरी में भी यदा कदा ऐसी घटनाएं होती रही हैं। प्रायः प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने की गलती विदेशी पर्यटक ही करते हैं क्योंकि उन्हें नियमों की जानकारी नहीं होती।
आज भी सुबह ताजमहल के पास स्थित मेहताब बाग के पास ग्यारह सीढ़ी से एक ड्रोन कैमरा उड़ाये जाने की सूचना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पांच रूसी पर्यटकों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया और ड्रोन कैमरे को अपने कब्जे में ले लिया। थाना पर्यटन पुलिस के अनुसार उक्त पांच रूसी पर्यटकों ने मेहताब बाग से पहले ग्यारह सीढ़ी से ड्रोन कैमरा उड़ाने का प्रयास किया गया। ड्रोन कैमरा जमीन से मात्र पांच-छह मीटर ऊपर ही उड़ा होगा कि ताजमहल की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की उन पर निगाह पड़ी और तत्काल उन्होंने उक्त ड्रोन कैमरा उड़ाने से पर्यटकों को रोका और ड्रोन कैमरे को अपने कब्जे में ले लिया। पर्यटन पुलिस ने पांचों रूसी पर्यटकों से पूछताछ की और उन्हें प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन कैमरा उड़ाने को लेकर चेतावनी दी। पर्यटकों को नियमों की जानकारी नहीं थी। उनसे माफीनामा लिखवा कर और हिदायत देकर छोड़ दिया गया और उनका ड्रोन कैमरा भी वापस कर दिया।
ड्रोन, एक मानव रहित विमान या एक फ्लाइंग रोबोट है। ऐसे एयरक्राफ्ट्स को रिमोटली कंट्रोल किया जा सकता है या ऑन-बोर्ड सेंसर और जीपीएस के साथ मिलकर काम कर रहे अपने एम्बेडेड सिस्टम में सॉफ़्टवेयर-कंट्रोल फ़्लाइट प्लान के जरिए स्वनियोजित रूप से उड़ सकता है। ड्रोन शब्द अंग्रेजी के शब्द ड्रान से लिया गया है जिसका अर्थ होता है नर मधुमक्खी।
ड्रोन को सेना मेंऔपचारिक रूप से मानव रहित हवाई वाहनों Unmanned Aerial Vehicle (UAV) या मानव रहित विमान सिस्टम Unmanned Aircraft Systems (UAS) के रूप में जाना जाता है। वे एरियल वाहन हैं जो कई साइज़, शेप्स और फंक्शन में आते हैं, जो जमीन से रिमोट या कंट्रोल सिस्टम द्वारा कंट्रोल होते हैं। इन्हें आमतौर पर उन कार्यों को पूरा करने के लिए उपयोग किया जाता है जिसमें मानव उड़ान को जोखिम भरा माना जाता है। ड्रोन ज्यादातर सैन्य सेवाओं में उपयोग करते हैं, लेकिन अब खोज और बचाव, मौसम विश्लेषण आदि जैसे विभिन्न पब्लिक कार्यों में इनका उपयोग किया जाने लगा हैं। हम इसके सैन्य प्रयोग के बारे में यहाँ चर्चा नहीं करेंगे, नागरिकों द्वारा इसके प्रयोग के बारे में जहां तक प्रश्न है, इसका प्रयोग सार्वजनिक स्थानों पर पूर्व अनुमति के उपरांत ही किया जा सकता है। इसे कैमरा लगा कर शादियों, समारोहों, स्मारकों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए भी प्रयोग किया जाने लगा है। खेतों में रासायनिक वर्षा के लिए भी यह प्रयोग किया जाता है।