हर्ष फायरिंग: एक सामंती कुप्रथा

नाम तो है हर्ष फायरिंग लेकिन हर्ष को विषाद और खुशी को मातम में बदल देने वाली हर्ष फायरिंग कड़े कानून और अकाल मौतों की घटनाओं के बावजूद कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कहीं डांसर तो कहीं बेंडवालों, कहीं बारात देख रहे बच्चों और महिलाओं तो कहीं दूल्हा दुल्हन या उनके रिश्तेदारों को ही गोली लग जाती है। लोग घायल हो जाते हैं या मौत के मुँह

निर्दोषों को सजा का अमानवीय पहलू

पिछले सप्ताह आगरा के अपर जिला जज ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने पांच वर्षों से जेल में बंद बाह क्षेत्र के जरार निवासी दंपती को मासूम की हत्या के मामले में बेगुनाह पाते हुए रिहा करने का आदेश दिया। पुलिस ने इन्हें जेल भिजवा दिया था, जबकि हत्या किसी और ने की थी। अदालत का यह भी आदेश है कि जांच अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और फिर से जांच कर

सप्ताहांत: स्वदेशी सफलता का गौरवशाली दिन – 16 जनवरी

16 जनवरी से कोरोना की वैक्सीन लगाने के अभियान प्रारंभ हो गया है। आइए, हम सब इस स्वदेशी सफलता पर गर्व करें और सहर्ष इसका हिस्सा बनें। यह ऐसा ऐतिहासिक दिन है जब विश्व में भारत का मस्तक एक बार फिर उन्नत हुआ है। यह कोरोना महामारी के अंत की शुरूआत है। वैक्सीन बनने की वैज्ञानिक प्रक्रिया, इसके प्रभाव, आम जनता तक इसकी पहुँच की अवधि आदि की जानकारी भले

कोविड से भी ज्यादा भीषण वायु प्रदूषण

हमारे देश में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण व उसके दुष्प्रभाव ने एक बार फिर चिंतित कर दिया है। एक अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट (लैंसेट प्लेटनरी हेल्थ रिपोर्ट) ने खुलासा किया है कि सिर्फ वायु प्रदूषण से वर्ष 2019 में 16.7 लाख भारतीयों की मौत हो चुकी है। यह कुल मौतों का 18 फीसदी है। हालांकि सरकारें प्रदूषण से लड़ने के लिए तमाम तरह की योजनाओं और कार्यक्रमों की बातें कहती

नववर्ष तुम आ तो गए हो

नव वर्ष तुम आ तो गए होक्या क्या नया लाए हो संग,क्या बदलोगे दशा देश कीदे नई खुशियाँ और उमँग। बदलेगा पञ्चाङ्ग कलेंडरदिनांक आएगा बस नया,नया नहीं हुआ कुछ भी तोफिर कैसे नव वर्ष हो गया। चंदा सूरज वही रहेंगेतारों में होगी वो ही टिमटिम,वही सुहाना मौसम होगाऔर होगी वारिश रिमझिम। पतझड़ होगा फूल खिलेंगेपुष्पित पल्लवित चमन रहेंगे,मधुमास की मादक मस्तीझूम-झूम भँवरे झूमेंगे। उसी दिशा में प्रवाहित होगीकलकल निनादिनी की

नववर्ष 2021: आओ नया संकल्प करें

नया साल 2021 आ गया है। नए वर्ष पर नया रेसोल्यूशन या संकल्प करने की भी एक प्रथा चली आ रही है। यह प्रथा अच्छी है । सभी को कोई भी एक बुराई छोड़ने और एक नया अच्छा काम शुरू करने का संकल्प लेना चाहिए। संकल्प की प्रक्रिया में एक बात का ध्यान रखना आवश्यक है। संकल्प कठिन नहीं होना चाहिए। जो काम आप छोड़ना चाहते हैं वो ऐसा हो

क्या कहता है गुपकार का उभार?

कश्मीर में गुपकार के उभार ने एक खतरनाक संकेत दिया है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यहां पहली बार डीडीसी चुनाव हुए। आठ चरण में 280 सीटों पर 51.42 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें विशेषकर कश्मीर में गुपकार ने जो मजबूती दिखाई है उससे सिद्ध होता है कि भाजपा की रणनीति विफल हो गई। डीडीसी चुनाव की घोषणा से पूर्व कश्मीर के ज्यादातर नेता जेल में थे। जेल

सप्ताहांत: कितना जरूरी है संसद का नया भवन?

10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के भारत के नए संसद भवन की इमारत का शिलान्यास करने के साथ ही यह बहस एक बार फिर छिड़ गई है कि आखिर नए संसद भवन की क्या जरूरत थी। यह कहा जा रहा है कि हमारा संसद भवन मात्र 92 वर्ष पुराना है और विश्व के अन्य संसद भवनों की अपेक्षा नया है। भारत की संसद अपने विशाल आकार और भव्य

खाद्य मिलावट: कमजोर कानून, मजबूत अपराधी

सेंटर फार साइंस एंड एनवॉयरामेंट (सी एस ई) ने शहद में चीनी की चाशनी की मिलावट का खुलासा करके चोंका दिया है। शहद को औषधि के रूप में हम सभी प्रयोग करते हैं। आजकल कोरोना से बचने के लिए भी कुछ अन्य दवाओं के साथ शहद को खाया जा रहा है। परँतु जब शहद में चीनी मिली होगी तो वह लाभ की जगह कितना नुकसान करेगा इस बात की कल्पना

छठ मैया सब का कल्याण करें…

बैंकिंग सेवा में अपने झारखण्ड प्रवास के दौरान मैंने प्रकृति प्रेम, पर्यावरण रक्षा व अस्ताचली भगवान सूर्य की उपासना करने वाले चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा के महत्व को समझा व आत्मसात किया। सभी को इस परमपावन महापर्व की बधाई !!